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बाघों की तरह हाथियों को भी मिले संरक्षण

बाघों की तरह हाथियों को भी मिले संरक्षण
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-स्वदेश से वार्ता में बाॅलीवुड अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा ने दिया हाथियों को बचाने का संदेश
-वाइल्ड लाइफ एसओएस के कार्यो प्रशंसा कर मांगा समाज से सहयोग

-वाइल्ड लाइफ एसओएस टीम के साथ उपस्थित अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा।
आगरा।
हाथियों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है। हाथियों को उनके प्राकृतिक पर्यावास में सुरक्षित रखने से उसके संरक्षण में मदद मिलेगी साथ ही इससे भारतीय परंपरा और संस्कृति में हाथियों को दिए गए विशेष स्थान को भी मान्यता मिलेगी। क्योंकि हाथियों को हम वैदिक देवता श्रीगणेश के रूप में भी पूजते हैं। यह कहना है बाॅलीवुड अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा का।
- संरक्षण गृह में सत्तर वर्षीय हाथी गजराज को दुलारते सिद्धार्थ मल्होत्रा।
सोमवार को सिद्धार्थ ‘हाथी बचाओं दिवस’ के अवसर पर आगरा-मथुरा रोड स्थित वाइल्ड लाइफ एसओएस द्वारा संचालित हाथी संरक्षण गृह में आए और हाथी संरक्षण के साथ ही अन्य पशुओं के संरक्षण के लिए कार्य करी संस्था वाइल्ड लाइफ एसओएस के प्रयासों की प्रशंसा की। पत्रकारों से वार्ता में सिद्धार्थ ने कहा कि हाथियों के संरक्षण को वही महत्व दिया जाना चाहिए जैसा बाघों को दिया गया है। सिद्धार्थ ने कहा कि भारी निर्माण और शहरीकरण के कारण हाथियों के प्राकृतिक वास तेजी के साथ खत्म होते जा रहे हैं। इसके लिए हाथी संरक्षण गृह और अभ्यारणों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। सिद्धार्थ ने कहा कि एसओएस के कार्याे में समाज की भूमिका सुनिश्चित की जानी चाहिए। इस दौरान एसओएस के संस्थापक कार्तिक सत्यनारायण, गीता शेषमणि, चिकित्सक बैजूराज, रिया, श्रिना साहनी, कादंबरी अत्री व एसओएस की प्रवक्ता अरनिका शांडिल्य आदि उपस्थित रहे।


-अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा को स्मृति चिन्ह देते वाइल्ड लाइफ एसओएस के संस्थापक कार्तिक सत्यनारायण व गीता शेषमणि,

Updated : 17 April 2018 12:00 AM GMT
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