एक साल में दिल्ली से गायब हुए 24 स्कूल, क्या कहते हैं सरकारी आंकड़े
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नई दिल्ली| राजधानी दिल्ली में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए दिल्ली सरकार सबसे अधिक बजट खर्च करने का दावा कर रही है, लेकिन इस दावे के उलट दिल्ली सरकार के ही आंकड़ों में ही स्कूलों की संख्या में कमी दर्ज की जा रही है। दिल्ली सरकार द्वारा जारी आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार राजधानी दिल्ली में एक साल में 24 स्कूलों की संख्या कम दर्ज की गई है।
स्कूलों की संख्या
दिल्ली सरकार ने सोमवार को वर्ष 2017-18 का आर्थिक सर्वेक्षण विधानसभा के पटल पर रखा। सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2012-13 में दिल्ली में कुल 5155 स्कूल थे। जो वर्ष 2016-17 में बढ़कर कुल 5772 हो गए। वहीं दिल्ली सरकार द्वारा पिछले वर्ष सात मार्च को जारी आर्थिक सर्वेक्षण की रिर्पोट में वर्ष 2016-17 के दौरान दिल्ली में स्कूलों की संख्या 5796 बताई गई थी।
तीन हजार स्कूलों पर बंदी की लटकी तलवार
दिल्ली में स्कूलों की संख्या में गिरावट को लेकर दिल्ली स्टेट पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष आरसी जैन का कहना है कि सरकार की गलत नीतियों के कारण अभी तीन हजार स्कूलों पर बंदी की तलवार लटकी हुई है। इन स्कूलों का गुनाह यह है कि पिछले सालों से मान्यता देने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सरकार मान्यता नहीं दे रही है। इन स्कूलों में तकरीबन दस लाख बच्चे पढ़ते है। इन स्कूलों में निम्न आय वर्ग के अभिभावकों के बच्चे पढ़ते हैं।
आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट
विधानसभा के पटल पर रखी आर्थिक सर्वेक्षण की रिर्पोट के अनुसार 19 नए स्कूलों को निर्माण किया गया है। जबकि स्कूलों में ही 6787 अतिरिक्त क्लास रूम बनाए गए हैं। इसके बाद भी दिल्ली में स्कूलों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है।