- निगम के बने अस्थाई कुंडों में हुआ प्रतिमाओं का विसर्जन इंदौर। ‘गणपति बप्पा मोरया... अगले बरस तू जल्दी आना’ के जयकारे आज शहर में जगह-जगह पर सुनाई दिए। अनंत चतुर्दर्शी पर सुबह से ही भगवान गणेश को विदाई और अगले बरस उनके जल्दी आने की कामना के साथ ही प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला सुबह से शुरू हो गया था, जो देर शाम तक चलता रहेगा। शहर के आसपास की नदियों, तालाबों और प्राकृतिक स्थलों पर पानी को दूषित होने से बचाने के लिए जिला प्रशासन और निगम द्वारा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। वहीं शहर के लगभग 80 स्थानों पर निगम द्वारा बनाए गए अस्थायी कुंड में लोगों ने प्रतिमाओं का विसर्जन किया। सुबह से ही यहां लोग मूर्तियों का विसर्जन करने पहुंच गए थे। इसके अलावा निगम ने जवाहर टेकरी पर भी विसर्जन की व्यवस्था की है। राजबाड़ा, पलासिया, मिल क्षेत्र आदि स्थानों से मूर्तियों का संग्रहण कर विसर्जन किया जाएगा। नगर निगम ने पिछले वर्ष से अस्थायी कुंड बनाकर मूर्तियों के विसर्जन की व्यवस्था शुरू की है। इस बार भी शहर के लगभग 80 स्थानों पर अस्थायी कुंड बनाए गए और आसपास के लोग इस कुंड में मूर्तियां विसर्जित करने पहुंचे। जल कार्य समिति प्रभारी बलराम वर्मा का कहना है कि मिट्टी से बनी मूर्तियां इस कुंड में आसानी से विसर्जित हुईं। पर्यावरण की रक्षा के लिए निगम द्वारा अस्थायी कुंड बनाए गए। पीओपी की मूर्तियों के लिए जवाहर टेकरी पर विसर्जन हुआ। राजबाड़ा, मिल क्षेत्र, पलासिया, मरीमाता चौराहा सहित कई स्थानों पर मूर्तियों का सामूहिक संग्रहण किया गया। सामाजिक संस्थाओं द्वारा भी विसर्जन और मूर्तियां संग्रहित करने की व्यवस्था की गई। एकत्रित प्रतिमाओं का बुधवार या गुरुवार को विसर्जन किया जाएगा।
- निगम के बने अस्थाई कुंडों में हुआ प्रतिमाओं का विसर्जन इंदौर। ‘गणपति बप्पा मोरया... अगले बरस तू जल्दी आना’ के जयकारे आज शहर में जगह-जगह पर सुनाई दिए। अनंत चतुर्दर्शी पर सुबह से ही भगवान गणेश को विदाई और अगले बरस उनके जल्दी आने की कामना के साथ ही प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला सुबह से शुरू हो गया था, जो देर शाम तक चलता रहेगा। शहर के आसपास की नदियों, तालाबों और प्राकृतिक स्थलों पर पानी को दूषित होने से बचाने के लिए जिला प्रशासन और निगम द्वारा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। वहीं शहर के लगभग 80 स्थानों पर निगम द्वारा बनाए गए अस्थायी कुंड में लोगों ने प्रतिमाओं का विसर्जन किया। सुबह से ही यहां लोग मूर्तियों का विसर्जन करने पहुंच गए थे। इसके अलावा निगम ने जवाहर टेकरी पर भी विसर्जन की व्यवस्था की है। राजबाड़ा, पलासिया, मिल क्षेत्र आदि स्थानों से मूर्तियों का संग्रहण कर विसर्जन किया जाएगा। नगर निगम ने पिछले वर्ष से अस्थायी कुंड बनाकर मूर्तियों के विसर्जन की व्यवस्था शुरू की है। इस बार भी शहर के लगभग 80 स्थानों पर अस्थायी कुंड बनाए गए और आसपास के लोग इस कुंड में मूर्तियां विसर्जित करने पहुंचे। जल कार्य समिति प्रभारी बलराम वर्मा का कहना है कि मिट्टी से बनी मूर्तियां इस कुंड में आसानी से विसर्जित हुईं। पर्यावरण की रक्षा के लिए निगम द्वारा अस्थायी कुंड बनाए गए। पीओपी की मूर्तियों के लिए जवाहर टेकरी पर विसर्जन हुआ। राजबाड़ा, मिल क्षेत्र, पलासिया, मरीमाता चौराहा सहित कई स्थानों पर मूर्तियों का सामूहिक संग्रहण किया गया। सामाजिक संस्थाओं द्वारा भी विसर्जन और मूर्तियां संग्रहित करने की व्यवस्था की गई। एकत्रित प्रतिमाओं का बुधवार या गुरुवार को विसर्जन किया जाएगा।