डेंगू के बाद अब स्वाइन फ्लू दे सकता है दस्तक
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-स्वास्थ्य विभाग में नहीं कोई तैयारी, पांच की हो चुकी है मृत्यु
ग्वालियर। अंचल में डेंगू का प्रकोप इन दिनों कम होता नजर आ रहा है, लेकिन मौसम में परिर्वतन होने के साथ ही स्वाइन फ्लू दस्तक दे सकता है। उसके बाद भी स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए शासकीय अस्पतालों ने अभी कोई तैयारी शुरू नहीं की है। मौसम में ठंडक के साथ ही इन दिनों डेंगू का प्रकोप खत्म हो गया है, लेकिन अचानक बदले मौसम के बाद ठंडक बढ़ने से स्वाइन फ्लू का खतरा दोगुना हो गया है। मौसम का यह बदलाव डेंगू से तो राहत दे देगा, लेकिन स्वाइन फ्लू का खतरा बढ़ा देगा, तापमान 25 डिग्री से कम होने पर स्वाइन फ्लू का वायरस बढ़ता और फैलता है। मौसम में बढ़ी ठंडक और तापमान में गिरावट इस वायरस को फैला सकती है। वायरस फैलने की आशंका के चलते लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। चिकित्सकों के अनुसार पांच वर्ष से कम और 65 वर्ष से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं में स्वाइन फ्लू का वायरस तेजी से फैलता है। लेकिन उसके बाद भी अभी तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। यह स्थिति तब है जब स्वाइन फ्लू से अभी तक पांच मौतें हो चुकी हैं। इतना ही नहीं अभी तक स्वाइन फ्लू के कुल 87 संदिग्ध मरीजों की जांच की जा चुकी है, जिसमें 27 को स्वाइन फ्लू की पुष्टि भी हुई है।
कौनसा है वायरस
आमतौर पर यह बीमारी एच1 एन1 वायरस के सहारे फैलती है लेकिन सूअर में इस बीमारी के कुछ और वायरस एच1एन1 एच3 एन2 होते हैं। कई बार ऐसा होता है कि सूअर में एक साथ इनमें से कई वायरस सक्रिय होते हैं जिससे उनके जीन में गुणात्मक परिवर्तन हो जाते हैं।
क्या है स्वाइन फ्लू
दरअसल स्वाइन फ्लू सूअरों में होने वाला सांस संबंधी एक अत्यंत संक्रामक रोग है जो कई स्वाइन इंफ्लुएंजा वायरसों में से एक से फैलता है। आमतौर पर यह बीमारी सूअरों में ही होती है लेकिन कई बार सूअर के सीधे संपर्क में आने पर यह मनुष्य में भी फैल जाती है। ये बलगम और छींक के सहारे मनुष्य से मनुष्य में फैलती है।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू के लक्षण आम फ्लू से मिलते-जुलते ही हैं। बुखार, सिर दर्द, सुस्ती, भूख न लगना और खांसी। कुछ लोगों को इससे उल्टी और दस्त भी हो सकते हैं। गंभीर मामलों में इसके चलते शरीर के कई अंग काम करना बंद कर सकते हैं, जिसके चलते इंसान की मौत भी हो सकती है।
कैसे करें बचाव
स्वाइन फ्लू से बचने का सबसे अच्छा तरीका साफ सफाई है। छींकते समय हमेशा अपनी नाक और मुंह कपड़े से ढंककर रखें। छींकने के बाद अपने हाथ जरूर धोएं। गंदगी से वायरस बड़ी आसानी से फैलता है, इसलिए साफ-सफाई और हाईजीन का विशेष ख्याल रखें। बीमार लोगों के संपर्क में कम से कम जाएं और जाना मजबूरी हो तो पूरी सावधानी बरतें।