इराक से चरमपंथी संगठन 'इस्लामिक स्टेट' को खत्म करने की घोषणा
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बगदाद। इराक़ ने चरमपंथी संगठन 'इस्लामिक स्टेट' (आइएस) के खिलाफ चल रही जंग के खत्म होने की घोषणा कर दी। खयह जानकारी रविवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
प्रधानमंत्री हैदर अल-आबादी ने बगदाद से टीवी पर जारी किए गए अपने संदेश में कहा, “ मेरे अजीज इराक़ियों, हमारी ज़मीन अब पूरी तरह से आज़ाद है। आदी का सपना अब एक हक़ीक़त है।”
विदित हो कि सीरिया और इराक़ सीमा पर अब बगदाद फौज का पूरी तरह से नियंत्रण है। इस सरहदी इलाके में कथित 'इस्लामिक स्टेट' की हाल तक हुकूमत बरक़रार थी, लेकिन नवंबर में रवा से चरमपंथियों को खदेड़ने के साथ ही तस्वीर बदल गई।
अमरीकी विदेश मंत्रालय ने 'इराक़ पर इस्लामिक स्टेट नियंत्रण समाप्त होने का स्वागत किया। इराक की इस घोषणा के ठीक दो दिन पहले रूस ने कहा था कि सीरिया में इस्लामिक स्टेट को हराने का उसका मिशन पूरा हो गया है।
खुद को इस्लामिक स्टेट कहने वाले इस चरमपंथी संगठन ने साल 2014 में इराक़ और सीरिया के बड़े भू-भाग पर कब्जा कर लिया था। यह संगठन खुद को खलीफा घोषित कर तकरीबन एक करोड़ लोगों की आबादी पर हुकूमत कर रहा था। लेकिन पिछले दो सालों से कथित इस्लामिक स्टेट की हार का सिलसिला शुरू हो गया था।
हालांकि चरमपंथी इराक और सीरिया से खदेड़े जा चुके हैं, लेकिन जिहाद को हवा देने वाले हालात नहीं बदले हैं और जिन जगहों को इस्लामिक स्टेट के कब्ज़े से छुड़ाया गया है, वहां भी परिस्थितियां ऐसी ही हैं। अमरीकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीदर नॉअर्ट ने कहा कि जिहादियों के बर्बर नियंत्रण में रहते आए लोग अब आजाद हैं।
उन्होंने आगे कहा, "इराक़ की आज़ादी में इराकी सरकार के साथ अमरीका के खड़े होने का यह मतलब नहीं है कि इराक में आतंकवाद और इस्लामिक स्टेट के ख़िलाफ़ लड़ाई खत्म हो गई है।"
ब्रितानी प्रधानमंत्री टेरीज़ा मे ने इस ऐतिहासिक मौके पर आबादी को बधाई दी, लेकिन साथ ही आगाह भी किया है कि इस्लामिक स्टेट का ख़तरा अब भी बरकरार है और यह सीरिया की सीमा से फिर आ सकता है।