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नहाय खाए की परंपरा से शुरू हुआ छठ पर्व

नहाय खाए की परंपरा से शुरू हुआ छठ पर्व
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ग्वालियर। भगवान सूर्य की उपासना का छठ पूजा पर्व मंगलवार को नहाए-खाए की परंपरा के साथ शुरू हो गया। रवियोग से शुरू हो रहा छठ पूजा का पर्व ग्वालियर शहर में भोजपुरियों द्वारा धूमधाम से मनाया जा रहा है। छठ पूजा का यह पर्व चार दिन तक चलेगा। ज्योतिषाचार्य पं. सतीश सोनी के अनुसार इस पर्व पर 34 वर्ष बाद महासंयोग भी बन रहा है जो शुभ फल प्रदान करने वाला है। छठ का पर्व मंगलवार से शुरू हुआ। इस दिन महिलाआें द्वारा घर की साफ-सफाई की गई। सूर्य की उपासना के बाद शुद्ध शाकाहारी भोजन बनाया गया। इस दिन परपंरा के अनुसार अरबा चावल, चने की दाल और कद्दू की सब्जी बनाई गई। इस भोजन का सेवन व्रतधारियों द्वारा किया गया।

यहां पर बने छठ पर्व के घाट

भोजपुरी समाज के संभागीय अध्यक्ष एम.एम. अंसारी ने बताया कि ग्वालियर में भी प्रशासन की ओर से भी छठव्रतीधारियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसकी पूरी तैयारी प्रशासन द्वारा की जा रही हैं। प्रशासन द्वारा छठ पूजा का घाट बिरलानगर लाईन न. 13, 12, 11, 10, 50, सुभाषनगर, गदाईपुरा, गोले का मंदिर, हनुमान नगर कॉलोनी, गोवर्धन कॉलोनी, पिन्टो पार्क, पम्प हाऊस के परिसर, दीनदयाल नगर, दशहरा मैदान, एयरफोर्स, चम्बल गेट के पास महाराजपुरा, न्यू कॉलोनी नम्बर एक और दो, सागरताल, आनंद नगर, गुड़ागुड़ी का नाका, चन्द्रवदनी का नाका, कटोराताल, जनकताल एवं मोतीझील आदि स्थानों पर छठ का पर्व के घाट बनाए गए हैं। इन स्थानों पर छठ पर्व की पूजा की जा सकती है।

यह भी होगा

-बुधवार को खरना का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन व्रतधारी 36 घंटे का निर्जला उपवास रखेंगे।

-गुरूवार को संध्या के समय सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और रात में छठ माता की कहानी सुनी जाएगी।

-शुक्रवार को भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाएगा। इस दिन व्रतधारी सूर्य निकलने से पहले पानी में खडेÞ होकर भगवान की आराधना करेंगे। इस दिन छठ पर्व का समापन हो जाएगा।

Updated : 25 Oct 2017 12:00 AM GMT
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