अनिश्चितकाल के लिए बंद हो सकता है सराफा बाजार
सुनार और गलईया भी हड़ताल में शामिल, सहालग वाले हो रहे हैं परेशान
शिवपुरी। केन्द्रीय बजट में सर्राफा व्यवसायियों पर एक्साईज ड्यूटी थोपे जाने के विरोध में देशभर के सर्राफा व्यवसायियों की सात दिन से चली आ रही हड़ताल शिवपुरी में भी बदस्तूर जारी रही। हड़ताल के कारण अभी तक शिवपुरी में लगभग दो करोड़ रूपए का व्यवसाय प्रभावित हुआ है। वहीं विवाह शादी के मौसम में सोने-चांदी के आभूषणों की खरीद करने वाले लोगों को भीषण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सर्राफा व्यवसायियों ने आज माइक लगाकर जमकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए एक्साइज ड्यूटी वापस लेने की मांग की।
सर्राफा व्यवसाय संघ के सदस्य मनीष गोयल, रमेश धाकड़, तेजमल सांखला, हर्षवर्धन कोचेटा, आदित्य गर्ग सहित स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष मनीष सोनी, मुकेश सोनी आदि ने संयुक्त रूप से बताया कि केन्द्र सरकार सर्राफा व्यवसायियों पर इंस्पेक्टर राज लागू करने का कुचक्र रच रही है। इस व्यवसाय में एक्साइज को इनबॉलब कर सरकार इसे खत्म करने पर उतारू है।
बजट में बताया गया है कि सोने की पकाई सरकारी संस्था द्वारा करवानी होगी वहीं व्यवसाय हेतु सरकारी संस्था से चैक द्वारा सोना खरीदना होगा। दो लाख रूपए से अधिक के जेबर खरीदने पर पेन नम्बर एवं टीडीएस ग्राहक को देना होगा। कारीगर के पास माल का हिसाब या सोने का हिसाब न पाये जाने पर सोना जप्त कर लिया जाएगा। सर्राफा व्यवसाईयों ने बताया कि इन्हीं नियमों और कानून के विरोध में सर्राफा व्यवसायियों की हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक सरकार एक्साइज ड्यूटी हटाने का निर्णय नहीं लेती।